रायपुर

अब यात्रियों को एयरपोर्ट में नहीं लगानी पड़ेगी लाइन, इस नई व्यवस्था से होगी सिक्योरिटी चेकिंग

रायपुर, 15 अप्रेल 2024

हवाई यात्रियों को अब स्वामी विवेकानंद विमानतल में लंबी सुरक्षा जांच की प्रक्रिया से नहीं गुजरना होगा, बताया जा रहा है कि सोमवार 15 अप्रैल से यहां डिजी हवाई यात्रा का ट्रायल शुरू हो जाएगा और आने वाले दिनों में पूरी तरह से इसे लागू किया जाएगा, हालांकि डिजी हवाई यात्रा का सुविधा अभी केवल विस्तारा एयरलाइंस के यात्रियों की ही मिल पाएगी, क्योंकि बताया जा रहा है कि इंडिगो एयरलाइंस की वेबसाइट डाउन है, इसके कारण ही विमानन कंपनी ने घोषणा की है कि अभी डिजी यात्रा व सेल्फ बैगेज ड्राप की सुविधा उपलब्ध नहीं होगी।

विमानन अधिकारियों का कहना है कि चेहरे को पहचानने वाली इस तकनीक पर आधारित डिजी यात्रा की मदद से विमानतल पर जांच के दौरान यात्रियों को काफी सुविधा होगी, लोगों को जांच की लंबी प्रक्रिया से नहीं गुजरना होगा, स्वामी विवेकानंद विमानतल के निदेशक एसडी शर्मा ने बताया कि सोमवार से डिजी यात्रा का ट्रायल शुरू हो जाएगा, इसकी तैयारी पूरी हो गई है, अभी विस्तारा एयरलाइंस द्वारा ही यह सुविधा शुरू की जा रही है।

जानकारी के अनुसार हवाई यात्रियों के सफर को आसान बनाने के लिए शुरू की जाने वाली डिजी यात्रा की सुविधा देश के 14 नए विमानतलों में भी शुरू होगी, साथ ही वर्ष 2025 में इसमें 11 और नए विमानतल जोड़े जाएंगे, डिजी यात्रा की सुविधा शुरू होने वाले विमानतलों में चेन्नई, भुवनेश्वर, कोयंबटूर, इंदौर, बागडोगरा, चंडीगढ़, रांची, नागपुर, पटना, रायपुर, श्रीनगर, विशाखापत्तनम आदि है।

डिजी यात्रा की सुविधा लेने के लिए हवाई यात्रियों को अपने मोबाइल में डिजी यात्रा एप भी डाउनलोड करना होगा, बताया जा रहा है कि सरकार द्वारा ई-पासपोर्ट आधारित नामांगन भी शुरू करने जा रही है, इससे विदेशी नागरिकों को भी डिजी यात्रा का लाभ मिलेगा, आंकड़ों के अनुसार दिसंबर 2022 से नवंबर 2023 के बीच डिजी यात्रा एप का इस्तेमाल तेजी से बढ़ा है, एप ने एंट्री व बोर्डिंग गेट पर लगने वाले समय को कम कर दिया है। डिजी यात्रा की शुरूआत दिसंबर 2022 में हुई थी।

कैसे काम करती है यह सेवा

डीजी यात्रा एप Digi Yatra के माध्यम से यात्री को एयरपोर्ट पर लगे बारकोड स्कैन करना होता है, जिससे यात्री अपने डाक्यूमेंट सीधे एयरपोर्ट और एयरलाइन कंपनी को दिखा सकता है, यह डाटा एनक्रिप्टेड होता है, यात्री को आधार नंबर के हिसाब से एनरोलमेंट करने का मौका मिलता है, साथ ही अपनी फोटो व डिटेल भी अपलोड करने होती है।

इसके बाद बोर्डिंग पास को स्कैन करते ही आपकी जानकारी एयरपोर्ट के साथ साझा कर दी जाती है, ई-गेट पर यात्री बारकोड स्कैन करना होगा, ई-गेट पर मौजूद फेशियल रिकग्रिशन सिस्टम यात्री की पहचान AI से करेगा।

डिजी यात्रा सेवा के फायदे

समय की बचत यात्री FRT और AI का उपयोग करके लंबी कतारों से बच सकेंगे और इससे उनके समय की भी बचत होगी।

सुविधा: यात्रियों को अब अपने बोर्डिंग पास, पहचान पत्र और कई डॉक्यूमेंट बार-बार दिखाने की जरूरत नहीं होगी, मोबाइल से स्कैन करके सीधे एंट्री मिल जाएगी।

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