चाय वाले बाबा की साधना से हुई मां शीतला की प्राण प्रतिष्ठा

18 मार्च 2024
मां शीतला प्राण प्रतिष्ठा विधिवत सम्पन्न
चाय वाले बाबा के मंत्रों उच्चार से गुंजा उदयपुर गांव
छुईखदान ग्राम उदयपुर के मां शीतला की पाषाण मुर्ति में गुरु देव जी ,”चाय वाले बाबा” ने विधिवत प्राण प्रतिष्ठा करवा कर मां शीतला की मूर्ति में दिव्य चेतना का संचार कर दिया माता रानी कि चेहरे कि भाव ,भंगिमा, विग्रह से ही समझा जा सकता है,
ज्ञात हो कि 17 मई 2023 को ग्राम उदयपुर में प्राचीन शीतला मंदिर में मां शीतला की मूर्ति स्थापित की गई थी, मंदिर परिसर में नीम और गस्ती का वृक्ष भी है, उसी वृक्ष के नीचे माता पिंडी रूप में स्थापित थी, गांव वालों द्वारा जन सहयोग से मां शीतला की मूर्ति स्थापित किया गया था, 19 फरवरी 2024 को शाम 7 बजे अचानक से मंदिर परिसर स्थित पेड़ में भीषण ज्वाला उठने लगी,जैसे तैसे गांव वालों ने आग को बुझाया,
आश्चर्यजनक ढंग से वहाँ पर लगे मंदिर के पताके और ना ही पेड़ के पत्तों को नुक्सान पहुंचा,गांव वालों में इस घटना को लेकर अनिश्चित आशंका घर कर गई, उसी रात में ग्राम पटेल एवं प्रमुख गांव वाले गुरु देव जी “चाय वाले बाबा” से मिलने सिलयारी धाम पहुंच गए, गांव वालों ने गुरु देव जी को घटना कि विस्तृत जानकारी दी एवं गुरु जी को उदयपुर आने आमंत्रित भी किया, संयोग से दूसरे दिन ही यानी 20 फरवरी को गुरुदेव महराज ग्राम उदयपुर मंदिर परिसर अवलोकन करने पहुंचे और गांव वालों के साथ पुरे मंदिर परिसर का अवलोकन किया, गुरुदेव ने मंदिर परिसर की विभिन्न त्रुटियों को सुधार करने लिए निर्देशित किया, एवं आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए,निर्धारित समय सीमा पर मंदिर का जीर्णोद्धार सम्पूर्ण करा लिया गया, मां शीतला की विधिवत प्राण प्रतिष्ठा के लिए 14 मार्च का दिन निर्धारित किया गया, “चाय वाले बाबा” ने मंदिर पहुंच कर परिसर में ही लगातार 16 घंटे तक विधिवत मंत्रोच्चार हवन पूजन कर माता रानी कि मुर्ति को ग्राम वासियों के उपस्थिती में प्रतिष्ठित कराया, गुरु देव महाराज जी के पुजा पाठ हवन में बड़ी संख्या में ग्राम वासी एवं शिष्य सम्मिलित हुए,
कौन है “चाय वाले बाबा ” जानिए..
सिलयरी धाम के आचार्य श्री नरेंद्र नयन शास्त्री जी “चाय वाले बाबा” के नाम से जाने जाते हैं , जो पिछले लगभग 19 वर्षों से अन्न का त्याग कर चुके हैं ,चावल देखकर लोगों का भूत और भविष्य बताने के लिए पुरे भारत वर्ष में ख्याति प्राप्त है, उन्हें विशेष दिव्य शक्ति प्रभु के द्वारा प्राप्त है, साथ ही भागवत में चढ़े हुए दान की राशि से अभी तक लगभग 300 से भी अधिक जरूरत मंद कन्याओं का कन्यादान उस राशि से कर चुके हैं, हाल में ही बिलासपुर के कलवा बाबा आश्रम में आयोजित भागवत में बेटियों के कन्यादान के साथ-साथ वहां के आश्रम के लिए बोर खनन का कार्य भी अपने भागवत की दान की राशि से कराया , चौबीसों घंटे निशुल्क, निस्वार्थ लोगों के समस्या सुलझाने में सदैव लगे रहते हैं,ऐसे गुरुवर को बारंबार प्रणाम है, उनकी कृपा हम सब के ऊपर बनी रहें।